अगर आपके जीवन में किसी व्यक्ति - किसी परिस्थिति
अथवा किसी विचारधरा से कोई समस्या पेश आती है
तब या तो उस समस्या का समाधान खोज कर उसे दूर करने की कोशिश करें
या स्वयं उस व्यक्ति और उन परिस्थितियों से दूर हो जाएँ
लेकिन समस्या के साथ जीने की कोशिश न करें ।
क्योंकि समस्या के साथ जीते रहने से तो मन में हमेशा तनाव ही बना रहेगा
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
What is Moksha?
According to Sanatan Hindu/ Vedantic ideology, Moksha is not a physical location in some other Loka (realm), another plane of existence, or ...
-
Kaise bataoon main tumhe Mere liye tum kaun ho Kaise bataoon main tumhe Tum dhadkanon ka geet ho Jeevan ka tum sangeet ho Tum zindagi...
-
मध्यकालीन युग के भारत के महान संत कवियों में से एक थे कवि रहीम सैन - जिनकी विचारधारा आज भी उतनी ही प्रभावशाली है जितनी उनके समय में थी। कव...
-
बाख़ुदा -अब तो मुझे कोई तमन्ना ही नहीं फिर ये क्या बात है कि दिल कहीं लगता ही नहीं सिर्फ चेहरे की उदासी से भर आए आँसू दिल का आलम तो अ...
An excellent advice ����
ReplyDeleteBeautiful _/\_
ReplyDeleteI will say jab samsya aaye to aap jaise guru ke pas jaye��
ReplyDeleteTu hi nirankar Tu hi nirankar
ReplyDelete