Saturday, June 12, 2021

दोपहर तक बिक गया Dopahar tak bik gyaa

दोपहर तक बिक गया बाजार में हर एक झूठ 
और मैं एक सच लेकर शाम तक बैठा रहा

Dopahar tak bik gyaa bazaar mein har ek jhooth
Aur main ek such lay kar shaam tak baithaa raha 

                     (Unknown) 

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