सुखी और सार्थक जीवन जीने के लिए आत्म-नियंत्रण आवश्यक है।
आत्म-नियंत्रण का अर्थ विचार-रहित हो जाना अथवा विचारों पर प्रतिबंध लगाना भी नहीं है।
आत्म-नियंत्रण का अर्थ नए और सकारात्मक विचारों और भावनाओं का निर्माण करना भी है।
समस्याओं का समाधान ढूंढ़ने के लिए रचनात्मक होना - अधिक से अधिक जानकारी प्राप्त करना आवश्यक है।
ऐसी रचनात्मकता - जिस से आपको शांत रहने में मदद मिले
जिस से आप जीवन में आगे बढ़ सकें तथा अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें।
' राजन सचदेव '
ऐसी रचनात्मकता - जिस से आपको शांत रहने में मदद मिले
जिस से आप जीवन में आगे बढ़ सकें तथा अपने लक्ष्य को हासिल कर सकें।
' राजन सचदेव '
true
ReplyDeleteQuite true....
ReplyDeleteSatbachan ji
ReplyDelete