पूरी ज़िंदगी लगा दी चाबी खोजने में
और अंत में ये पता चला -
कि परमात्मा का घर तो हमेशा ही खुला रहता है
वहां कभी कोई ताला लगा ही नहीं !!!
लेकिन अफ़सोस -
कि हमने कभी उस तरफ देखने की कोशिश ही नहीं की
और इधर उधर चाबी ढूंडने में ही लगे रहे।
कभी ये सोचा ही नहीं कि जो ईश्वर सर्व-व्यापक है -
कोई जगह जिस से ख़ाली है ही नहीं
तो भला दरवाजा और ताला कहाँ - और कैसे होगा ?
और अंत में ये पता चला -
कि परमात्मा का घर तो हमेशा ही खुला रहता है
वहां कभी कोई ताला लगा ही नहीं !!!
लेकिन अफ़सोस -
कि हमने कभी उस तरफ देखने की कोशिश ही नहीं की
और इधर उधर चाबी ढूंडने में ही लगे रहे।
कभी ये सोचा ही नहीं कि जो ईश्वर सर्व-व्यापक है -
कोई जगह जिस से ख़ाली है ही नहीं
तो भला दरवाजा और ताला कहाँ - और कैसे होगा ?
Wonderful Rajan ji!!
ReplyDeleteVery true ji
ReplyDeleteना दरवाजा , ना है ताला
ReplyDeleteजो जाने वो किस्मत वाला ....🙏😃🙏
Very true
DeleteKamaalllllll
ReplyDeleteVery appropriate message 👌
ReplyDeleteVery true ji
ReplyDeletePranaam Sir��
ReplyDeleteapke blogs parhti rehti hun main
apke blogs ANTERATMA ko sparsh karte hain.
������
Very nice
ReplyDelete🙏
ReplyDeleteNice
ReplyDeleteDhan Nirankar.
ReplyDelete🙏🙏🙏🙏🙏🙏