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(How to play and sing the tune)
स्वरलिपि के लिए नीचे देखें
प्रभु दाता - सब का दाता
दीनदयाल कृपाल दयानिधि सर्व कला का ज्ञाता
प्रभु दाता - सब का दाता
अल्लाह कहे कोई राम कहत है
वाहेगुरु कोई श्याम कहत है
अंतर केवल नाम का ही है - एक है जगत विधाता
प्रभु दाता, सब का दाता - प्रभु ही है सब का दाता
ईश्वर का कोई रुप न रंग है
सर्वव्यापी सब के संग है
इस निरंकार का सुमिरन कर ले - सतगुरु ये समझाता
प्रभु दाता, सब का दाता - प्रभु ही है सब का दाता
भंवरा बंधे ज्यों फूल के संगा
दीपक पर ज्यों जलिहै पतंगा
तैसे माया जाल में फंस के - चंचल मन दुःख पाता
प्रभु दाता, सब का दाता - प्रभु ही है सब का दाता
सोये हुए इस मन को जगा ले
ज्ञान की ज्योति मन में जला ले
अंग संग जो रहता है 'राजन - जोड़ ले उस संग नाता
प्रभु दाता, सब का दाता - प्रभु ही है सब का दाता
' राजन सचदेव '
अंतरा
बाकी सभी अन्तरे भी इन्हीं स्वरों पर |
Very nice ji
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