Click above to watch the Video
Please scroll down for the Roman script
हसरतें हैं अभी - अरमान अभी बाक़ी हैं
दिल को बहलाने के सामान अभी बाक़ी हैं
ढ़ल चुकी शाम ख़त्म हो गया किस्सा-ऐ-ग़म
दिल में गो - ज़ख्मों के निशान अभी बाक़ी हैं
ढ़ल चुकी शाम ख़त्म हो गया किस्सा-ऐ-ग़म
दिल में गो - ज़ख्मों के निशान अभी बाक़ी हैं
दुश्मनों ने जो किया वो तो भुला दिया मैंने
दोस्तों के मगर अहसान अभी बाक़ी हैं
ज़िंदगी की राह में खोया है क्या पाया है क्या
ये फ़साने ऐ दिले-नादान अभी बाक़ी हैं
उम्र भर पढ़ते रहे, सुनते रहे, कहते रहे
ये फ़साने ऐ दिले-नादान अभी बाक़ी हैं
उम्र भर पढ़ते रहे, सुनते रहे, कहते रहे
लौह-ए-ज़िंदगी पे इम्तेहान अभी बाक़ी हैं
न मिलीं बुलंदियां नाकामियां मिलीं तो क्या
न मिलीं बुलंदियां नाकामियां मिलीं तो क्या
मंज़िलों को पाने के इमकान अभी बाक़ी हैं
थक गई है ज़िंदगी, अरमां भी सो गए 'राजन '
जाने क्यों वहम और गुमान अभी बाक़ी हैं
थक गई है ज़िंदगी, अरमां भी सो गए 'राजन '
जाने क्यों वहम और गुमान अभी बाक़ी हैं
' राजन सचदेव '
Hasraten hain abhi, armaan abhi baaki hain
Dil ko behlaanay kay samaan abhi baaki hain
Dhal chuki shaam, khatm ho gaya kissa-e-gham
Dil me go, zakhmon kay nishaan abhi baaki hain
Dushmanon nay jo kiya wo to bhula diya mainay
Doston kay magar ehsaan abhi baaki hain
Zindgi ki raah me khoya hai kya paaya hai kya
Ye fasaanay ae dil-e-nadaan abhi baaki hain
Umar bhar padhtay rahe, suntay rahy, kehtay rahay
Loh-e-zindgi pay imtehaan abhi baaki hain
Na milin bulandiyaan, nakaamiyaan milin to kya
Manzilon ko paanay kay imkaan abhi baaki hain
Thak gayi zindagi, armaan bhi so gaye 'Rajan '
Jaany kyon veham aur gumaan abhi baaki hain
' Rajan Sachdeva '
Loh-e-zindgi = On the slate of life
Imkan = Possibilities
Super ....
ReplyDeleteBeautiful poem
ReplyDelete