We either make ourselves happy or miserable.
The amount of work we put in is the same.
Monday, July 1, 2013
Subscribe to:
Post Comments (Atom)
ऊँची आवाज़ या मौन? Loud voice vs Silence
झूठे व्यक्ति की ऊँची आवाज सच्चे व्यक्ति को चुप करा सकती है परन्तु सच्चे व्यक्ति का मौन झूठे लोगों की जड़ें हिला सकता है ...
-
मध्यकालीन युग के भारत के महान संत कवियों में से एक थे कवि रहीम सैन - जिनकी विचारधारा आज भी उतनी ही प्रभावशाली है जितनी उनके समय में थी। कव...
-
बाख़ुदा -अब तो मुझे कोई तमन्ना ही नहीं फिर ये क्या बात है कि दिल कहीं लगता ही नहीं सिर्फ चेहरे की उदासी से भर आए आँसू दिल का आलम तो अ...
-
Kaise bataoon main tumhe Mere liye tum kaun ho Kaise bataoon main tumhe Tum dhadkanon ka geet ho Jeevan ka tum sangeet ho Tum zindagi...
No comments:
Post a Comment