it becomes jealousy
And if we accept it
then it becomes inspiration.
अगर हम औरों की सफलता को स्वीकार नहीं करते
अगर हम औरों की सफलता को स्वीकार नहीं करते
तो वह ईर्ष्या बन जाती है
और अगर स्वीकार कर लें
तो वो प्रेरणा बन जाती है !
मन मैला तन ऊजरा, बगुला कपटी अंग। तासे तो कौआ भला, तन मन एक ही रंग ॥ संत कबीर जी महाराज Man Maila Tan Oojara - Bagula Kap...
🙏
ReplyDelete🙏
ReplyDeleteTrue
ReplyDeleteDhan Nirankar 🙏🙏🙏🙏🙏
ReplyDeleteSo true
ReplyDelete🙏
ReplyDelete🙏❤!
ReplyDeleteWry well said
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