सही अर्थों में शिक्षक एवं गुरु ही व्यक्ति, समाज और राष्ट्र के निर्माता होते हैं।
शिक्षक एक ऐसा दीपक है जो स्वयं जल कर दूसरों को प्रकाश देता है।
अच्छा शिक्षक छात्रों के हाथ थामता है - उनका हाथ पकड़ कर उनकी बुद्धि के द्वार खोलता है - उनमें उत्तम एवं सही विचार शक्ति का संचार करता है और उनके दिलों को छू लेता है।
एक ऐसे महान शिक्षक - ऐसे गुरु की खोज करें - जो व्यक्तिगत रुप से आपकी मदद करे - जो व्यक्तिगत स्तर पर आपके जीवन के प्रत्येक क़दम पर आपका मार्गदर्शन करे - सभी प्रश्नों के जवाब दे और आपके प्रत्येक संदेह को दूर करके सत्य मार्ग पर चलने में आपकी सहायता करे।
एक कुशल और अनुभवी शिक्षक कभी भी सवाल पूछने से नहीं रोकेगा - चुप रहने और ख़ामोशी से बिना किसी संदेह के हर शब्द पर विश्वास करने के लिए नहीं कहेगा। बल्कि अच्छे शिक्षक हमेशा आपको सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित करेंगे - जब तक आप पूरी तरह से संतुष्ट न हों, वह आपके हर सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे।
क्योंकि जो शिक्षक वास्तव में बुद्धिमान हैं - जो गुरु प्रज्ञ और मनीषी हैं, वे केवल ज्ञान की बातें नहीं करते बल्कि आपको अपने मन की दहलीज तक ले जाते हैं - हर बात को सोचने और समझने के लिए मजबूर करते हैं - सत्य का मार्ग दिखाते हैं और उस पर चलने में आपकी सहायता करते हैं।
मेरे सभी शिक्षकों - मेरे गुरुओं को मेरा प्रणाम और मैं उन सबके प्रति आभार प्रकट करना चाहता हूँ, जिन्होंने मुझे व्यक्तिगत रुप से उस स्थान तक पहुंचने में - और मैं आज जो भी हूँ, वो बनने में मेरी मदद की। खासतौर पर डॉक्टर डी एस नरुला (फरीदकोट), पंडित वाचस्पति जी (जम्मू कश्मीर), और आफ़ताबे-सितार उस्ताद विलायत खान साहब जिन्होंने संगीत के क्षेत्र में - और भापा राम चंद जी कपूरथला और संत अमर सिंह जी पटियाला - जिन्होंने मुझे आध्यात्मिक क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और कदम कदम पर सही दिशा-निर्देश देते हुए मेरा पथप्रदर्शन किया।
एक श्रेष्ठ, उत्कृष्ट एवं प्रभावशाली शिक्षक का मिलना इतना आसान नहीं होता - और मिल जाए तो उनसे बिछड़ना मुश्किल हो जाता है - और उन्हें भूलना तो असंभव ही है।
एक शिक्षक होना सबसे बड़ा पद है - सबसे ऊँची पदवी एवं उपाधि है - और एक महान शिक्षक का शिष्य होना - उनके आशीर्वाद का पात्र बनना सबसे अच्छा सम्मान है।
वास्तव में, यदि शिक्षक एवं गुरु नहीं होते, तो अन्य कोई भी पेशा मौजूद ही नहीं होता।
हैप्पी टीचरज़ डे - शिक्षक एवं राधाकृष्णन दिवस की बधाई
' राजन सचदेव '
शिक्षक एक ऐसा दीपक है जो स्वयं जल कर दूसरों को प्रकाश देता है।
अच्छा शिक्षक छात्रों के हाथ थामता है - उनका हाथ पकड़ कर उनकी बुद्धि के द्वार खोलता है - उनमें उत्तम एवं सही विचार शक्ति का संचार करता है और उनके दिलों को छू लेता है।
एक ऐसे महान शिक्षक - ऐसे गुरु की खोज करें - जो व्यक्तिगत रुप से आपकी मदद करे - जो व्यक्तिगत स्तर पर आपके जीवन के प्रत्येक क़दम पर आपका मार्गदर्शन करे - सभी प्रश्नों के जवाब दे और आपके प्रत्येक संदेह को दूर करके सत्य मार्ग पर चलने में आपकी सहायता करे।
एक कुशल और अनुभवी शिक्षक कभी भी सवाल पूछने से नहीं रोकेगा - चुप रहने और ख़ामोशी से बिना किसी संदेह के हर शब्द पर विश्वास करने के लिए नहीं कहेगा। बल्कि अच्छे शिक्षक हमेशा आपको सवाल पूछने के लिए प्रोत्साहित करेंगे - जब तक आप पूरी तरह से संतुष्ट न हों, वह आपके हर सवाल का जवाब देने की कोशिश करेंगे।
क्योंकि जो शिक्षक वास्तव में बुद्धिमान हैं - जो गुरु प्रज्ञ और मनीषी हैं, वे केवल ज्ञान की बातें नहीं करते बल्कि आपको अपने मन की दहलीज तक ले जाते हैं - हर बात को सोचने और समझने के लिए मजबूर करते हैं - सत्य का मार्ग दिखाते हैं और उस पर चलने में आपकी सहायता करते हैं।
मेरे सभी शिक्षकों - मेरे गुरुओं को मेरा प्रणाम और मैं उन सबके प्रति आभार प्रकट करना चाहता हूँ, जिन्होंने मुझे व्यक्तिगत रुप से उस स्थान तक पहुंचने में - और मैं आज जो भी हूँ, वो बनने में मेरी मदद की। खासतौर पर डॉक्टर डी एस नरुला (फरीदकोट), पंडित वाचस्पति जी (जम्मू कश्मीर), और आफ़ताबे-सितार उस्ताद विलायत खान साहब जिन्होंने संगीत के क्षेत्र में - और भापा राम चंद जी कपूरथला और संत अमर सिंह जी पटियाला - जिन्होंने मुझे आध्यात्मिक क्षेत्र में आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया और कदम कदम पर सही दिशा-निर्देश देते हुए मेरा पथप्रदर्शन किया।
एक श्रेष्ठ, उत्कृष्ट एवं प्रभावशाली शिक्षक का मिलना इतना आसान नहीं होता - और मिल जाए तो उनसे बिछड़ना मुश्किल हो जाता है - और उन्हें भूलना तो असंभव ही है।
एक शिक्षक होना सबसे बड़ा पद है - सबसे ऊँची पदवी एवं उपाधि है - और एक महान शिक्षक का शिष्य होना - उनके आशीर्वाद का पात्र बनना सबसे अच्छा सम्मान है।
वास्तव में, यदि शिक्षक एवं गुरु नहीं होते, तो अन्य कोई भी पेशा मौजूद ही नहीं होता।
हैप्पी टीचरज़ डे - शिक्षक एवं राधाकृष्णन दिवस की बधाई
' राजन सचदेव '
Wish you 'TEACHERS DAY' as the microblog uploaded by you is mesmrisingly wonderful and thought provoking. Thanks n regards.
ReplyDeleteDhan Nirankar.
ReplyDeleteWe all have people we look up to as teachers.
I am grateful to each and everyone who helped me Become better human being.
Late Dr. Purified, Sri Prem Susheelji and Sri Rajanji are my spiritual gurus.
I treasure their teaching and love in my family’s life.
🙏🙏🙏🙏
🙏🙏
DeleteSorry. For the spelling. It is Late Dr. Puriji. 🙏🙏
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