Monday, June 29, 2020

समय समय की बात रे ऊधो

जब भगवान कृष्ण के कहने पर उद्धव जी गोपियों को समझाने के लिए वृन्दावन गए तो गोपियों ने उद्धव से कहा -

                         समय समय की बात रे ऊधो समय समय की बात
                         एक समय प्रभु हमने देखे मांग मांग दही खात
                        अब तो कृष्ण भये भए हैं राजा चढ़े सिहांसन जात


सब समय समय की बात है
बहुत सी बातें समय के साथ बदल जाती हैं

बचपन में हम सुना करते थे
                                 अतिथि देवोभवः
अर्थात अतिथि देवता के समान होता है 

आजकल कहा जाता है
                                 अतिथि रिस्कोभवः
कोरोना की वजह से अब किसी अतिथि का घर में आना एक रिस्क - एक ख़तरा बन गया है
                             समय समय की बात है 

4 comments:

न समझे थे न समझेंगे Na samjhay thay Na samjhengay (Neither understood - Never will)

न समझे थे कभी जो - और कभी न समझेंगे  उनको बार बार समझाने से क्या फ़ायदा  समंदर तो खारा है - और खारा ही रहेगा  उसमें शक्कर मिलाने से क्या फ़ायद...