अपना ध्यान रखना स्वार्थ नहीं है - बल्कि आवश्यक है।
पहले अपना ख्याल रखें -
वरना आपके पास दूसरों को देने के लिए कुछ नहीं बचेगा।
यदि आपका बर्तन खाली है तो आप दूसरों को क्या देंगे?
आप केवल वही दे सकते हैं जो आपके पास है।
त्याग उसी का हो सकता है जो आपके पास है
जो है ही नहीं - उसका त्याग कैसा ?
पहले पाईये - फिर बाँटिये
ज्ञान बांटने से पहले स्वयं ज्ञान अर्जित करें
' राजन सचदेव '
वरना आपके पास दूसरों को देने के लिए कुछ नहीं बचेगा।
यदि आपका बर्तन खाली है तो आप दूसरों को क्या देंगे?
आप केवल वही दे सकते हैं जो आपके पास है।
त्याग उसी का हो सकता है जो आपके पास है
जो है ही नहीं - उसका त्याग कैसा ?
पहले पाईये - फिर बाँटिये
ज्ञान बांटने से पहले स्वयं ज्ञान अर्जित करें
' राजन सचदेव '
Most related example is the advise we get once we board the flight..crew tells us to wear our oxygen mask in case of emergency and thereafter to the child or old person
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