एक इमारत को पुनर्स्थापित करने के लिए पुरानी इमारत के जर्जर हिस्सों को गिरा कर उन्हें नए समकालीन डिजाईन के साथ बदल दिया जाता है।
पेड़-पौधे पुराने सूखे पत्तों को गिरने देते हैं - झाड़ देते हैं और वसंत रितु में उन पर नए पत्ते आ जाते हैं ।
इसी प्रकार एक नए - सुखी एवं संतुष्ट जीवन का निर्माण करने के लिए -
हमें पुराने दकियानूसी विचारों को छोड़ कर उन्हें नए उपयोगी और प्रैक्टिकल विचारों से बदलना होगा।
बदलते हुए समय के साथ पुराने संकीर्ण और अनुपयोगी विचारों को भी बदलने की ज़रुरत है।
' राजन सचदेव '
' राजन सचदेव '
No comments:
Post a Comment