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ज्योतिरात्मनि नान्यत्र (प्रकाश आपके अंदर ही है)
ज्योतिरात्मनि नान्यत्र (महाभारत शान्तिपर्व 326/32) अर्थ : प्रकाश आपके अपने अंदर है - अन्यत्र नहीं अर्थात बाहर किसी ...
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मध्यकालीन युग के भारत के महान संत कवियों में से एक थे कवि रहीम सैन - जिनकी विचारधारा आज भी उतनी ही प्रभावशाली है जितनी उनके समय में थी। कव...
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बाख़ुदा -अब तो मुझे कोई तमन्ना ही नहीं फिर ये क्या बात है कि दिल कहीं लगता ही नहीं सिर्फ चेहरे की उदासी से भर आए आँसू दिल का आलम तो अ...
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Kaise bataoon main tumhe Mere liye tum kaun ho Kaise bataoon main tumhe Tum dhadkanon ka geet ho Jeevan ka tum sangeet ho Tum zindagi...
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