कल सुबह उठ के जब खिड़की के परदे खोले - तो ये हसीं नज़ारा देखने को मिला - (See Pictures at the bottom)
और फिर ज़ेहन में उतरे ये चंद मिसरे ........
..........................
किसने हैं ये रंग बिखेरे -
किसने ये तस्वीर बनाई?
कौन मुसव्वर - सुबह सवेरे
क्या थी उसके मन में आई?
ये सुर्ख़ आरिज़, सुनहरी शुआएं
उफ़क पर ये कैसा शबाब आ रहा है
कौन है जिसकी आमद से -
आसमां हुआ गुलाबी गुलाबी
ख़ुश्बू है फैली बाद-ए -सबा में
फ़िज़ा भी है लगती शराबी शराबी
ये हसीन मंज़र, ये हसीं नज़ारा
ये सच है या कोई ख़्वाब आ रहा है
मशरिक़ से उठने लगी हैं किरणें
परिंदे भी सर उठाने लगे हैं
अर्श पे लाल पीली लकीरें
देख के चहचहाने लगे हैं
आओ मिल के हम भी करें ख़ैर-मक़्दम
कि सुबहे-नौ ले के आफताब आ रहा है
हर सुबह आती है नई उमंग ले कर
एक नई आशा -उम्मीद संग ले कर
ज़रा ग़ौर से देखना जब हो फ़ुरसत
क्या क्या नज़ारे दिखाती है क़ुदरत
ले के नई उमंगें, नई उम्मीदें 'राजन '
ले के नए इमकान,नए असबाब आ रहा है
सुप्रभात कह के करें इसका स्वागत
नई सुबह ले के आफ़ताब आ रहा है
" राजन सचदेव "
मुसव्वर चित्रकार Painter
आरिज़ चेहरा,कपाल,गाल Face, cheeks
शुआएं किरणें Rays
उफ़क क्षितिज Horizon
बाद-ए-सबा सुबह की ताज़ा हवा Morning breeze, a refreshing wind
मशरिक़ पूर्व East
अर्श आसमां, आकाश Sky
ख़ैर-मक़्दम स्वागत Welcome
सुबहे-नौ नयी सुबह New morning
इमकान संभावनाएं Possibilities
असबाब कारण, हालात Reason, Circumstances
और फिर ज़ेहन में उतरे ये चंद मिसरे ........
..........................
किसने हैं ये रंग बिखेरे -
किसने ये तस्वीर बनाई?
कौन मुसव्वर - सुबह सवेरे
क्या थी उसके मन में आई?
ये सुर्ख़ आरिज़, सुनहरी शुआएं
उफ़क पर ये कैसा शबाब आ रहा है
कौन है जिसकी आमद से -
आसमां हुआ गुलाबी गुलाबी
ख़ुश्बू है फैली बाद-ए -सबा में
फ़िज़ा भी है लगती शराबी शराबी
ये हसीन मंज़र, ये हसीं नज़ारा
ये सच है या कोई ख़्वाब आ रहा है
मशरिक़ से उठने लगी हैं किरणें
परिंदे भी सर उठाने लगे हैं
अर्श पे लाल पीली लकीरें
देख के चहचहाने लगे हैं
आओ मिल के हम भी करें ख़ैर-मक़्दम
कि सुबहे-नौ ले के आफताब आ रहा है
हर सुबह आती है नई उमंग ले कर
एक नई आशा -उम्मीद संग ले कर
ज़रा ग़ौर से देखना जब हो फ़ुरसत
क्या क्या नज़ारे दिखाती है क़ुदरत
ले के नई उमंगें, नई उम्मीदें 'राजन '
ले के नए इमकान,नए असबाब आ रहा है
सुप्रभात कह के करें इसका स्वागत
नई सुबह ले के आफ़ताब आ रहा है
" राजन सचदेव "
मुसव्वर चित्रकार Painter
आरिज़ चेहरा,कपाल,गाल Face, cheeks
शुआएं किरणें Rays
उफ़क क्षितिज Horizon
बाद-ए-सबा सुबह की ताज़ा हवा Morning breeze, a refreshing wind
मशरिक़ पूर्व East
अर्श आसमां, आकाश Sky
ख़ैर-मक़्दम स्वागत Welcome
सुबहे-नौ नयी सुबह New morning
इमकान संभावनाएं Possibilities
असबाब कारण, हालात Reason, Circumstances
Very nice ji
ReplyDeleteThanks
🙏🙏
ReplyDeleteDid you take these pictures? They are beautiful.
ReplyDeleteYes... I woke up and opened the drapes on my window and saw this amazing scene and quickly took some pictures.
DeleteTen minutes later it was gone...... I guess I was there just at the right time.