नदियों को साफ़ करने की ज़रुरत नहीं है
बस - उन्हें गंदा न करें -
उनमे गंदगी डालना बंद कर दें
तो वह स्वयं ही साफ़ रहेंगी
जंगल उगाने की ज़रुरत नहीं
बस उन्हें काटना बंद कर दें
तो जंगल स्वयंमेव ही हरे भरे रहेंगे
शांति स्थापित करने की कोई ज़रुरत नहीं
बस - अगर अशांति फैलाना बंद कर दें
तो हर तरफ शांति ही रहेगी
इसी तरह मन को साफ़ करने की भी ज़रुरत नहीं है
बस, मन में नकारात्मक विचारों को न आने दें -
दुर्भावना पूर्ण विचारों को मन में स्थान न दें
किसी के प्रति नफरत और शत्रुता का भाव न रखें
तो मन हमेशा साफ़ और पवित्र ही रहेगा
तो वह स्वयं ही साफ़ रहेंगी
जंगल उगाने की ज़रुरत नहीं
बस उन्हें काटना बंद कर दें
तो जंगल स्वयंमेव ही हरे भरे रहेंगे
शांति स्थापित करने की कोई ज़रुरत नहीं
बस - अगर अशांति फैलाना बंद कर दें
तो हर तरफ शांति ही रहेगी
इसी तरह मन को साफ़ करने की भी ज़रुरत नहीं है
बस, मन में नकारात्मक विचारों को न आने दें -
दुर्भावना पूर्ण विचारों को मन में स्थान न दें
किसी के प्रति नफरत और शत्रुता का भाव न रखें
तो मन हमेशा साफ़ और पवित्र ही रहेगा
हम जितना नकारात्मक विचारों और नकारात्मक लोगों से दूर रहेंगे -
हमारा जीवन उतना ही शांतिपूर्ण होगा।
' राजन सचदेव '
🙏🙏
ReplyDeleteJi Veer ji bilkul sahi kaha ji kaash ase hota
ReplyDeleteBahut hee Uttam Bachan ji .🙏
ReplyDeleteVERY NICE, DHAN NIRANKAR JI
ReplyDelete🙏🙏🙏
ReplyDeleteहमारा मन इन बातों की तरफ ध्यान ही नही देता, की मैं गंदगी ना फेंकू, बुरा ना बोलु, शांति बनाई रखना, बगैरा बगैरा।
ReplyDeleteGreat
ReplyDeleteMaan k jeete jeet hai
ReplyDeleteThe real thoughts
ReplyDeleteNeeded in todays world