Friday, September 7, 2018

एक क़ता - ग़ैब की बातें Gaib kee Baaten

रूप ,रंग ,आकार में -उलझा है जिसका मन 
समझ पाएगा  वो  कैसे ग़ैब की बातें ?

मन -बुद्धि से समझना चाहें अगर 'राजन '
तो कोई समझाएगा कैसे ग़ैब की बातें ?

                                              Qat'aa
Roop - Rang, Aakaar may uljhaa hai jiskaa man
Samajh paayega vo kaisay Gaib kee baaten ?

Man-Buddhi say samajhnaa chaahain agar 'Rajan'
To Koi samjhaayega kaisay Gaib kee baaten ?





Gaib  -  Beyond this world

Note : 
Qat'aa is a form of Urdu Shayeri - usually 4 lines - or 2 Shers without the Sher of Matlaa.
Its format is little different from Rubaayi which is also consisted of 4 lines.


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