ख़िज़ां की रुत में गुलाब लहजा बना के रखना - कमाल ये है
हवा का ज़द में दीया जलाना, जला के रखना - कमाल ये है
ज़रा सी लर्ज़िश पे तोड़ देते हैं सब ताल्लुक़ ज़माने वाले
सो - ऐसे वैसों से भी ताल्लुक़ बना के रखना - कमाल ये है
किसी को देना ये मशवरा, कि वो दुःख बिछड़ने का भूल जाए
और ऐसे लम्हे में अपने आँसू छुपा के रखना - कमाल ये है
ख़्याल अपना, मिज़ाज अपना, पसंद अपनी - कमाल क्या है?
जो यार चाहे वो हाल अपना बना के रखना - कमाल ये है
किसी की राह से ख़ुदा की ख़ातिर उठा के काँटे, हटा के पत्थर
फिर उस के आगे निगाह अपनी झुका के रखना - कमाल ये है
वो जिस को देखे, दुख का लश्कर भी लड़खड़ाए, शिकस्त खाए
लबों पे अपनी वो मुस्कुराहट सजा के रखना - कमाल ये है
हज़ार ताक़त हो, सौ दलीलें हों , फ़िर भी लहजे में आजिज़ी से
अदब की लज़्ज़त, दुआ की ख़ुशबू बसा के रखना - कमाल ये है
हवा का ज़द में दीया जलाना, जला के रखना - कमाल ये है
ज़रा सी लर्ज़िश पे तोड़ देते हैं सब ताल्लुक़ ज़माने वाले
सो - ऐसे वैसों से भी ताल्लुक़ बना के रखना - कमाल ये है
किसी को देना ये मशवरा, कि वो दुःख बिछड़ने का भूल जाए
और ऐसे लम्हे में अपने आँसू छुपा के रखना - कमाल ये है
ख़्याल अपना, मिज़ाज अपना, पसंद अपनी - कमाल क्या है?
जो यार चाहे वो हाल अपना बना के रखना - कमाल ये है
किसी की राह से ख़ुदा की ख़ातिर उठा के काँटे, हटा के पत्थर
फिर उस के आगे निगाह अपनी झुका के रखना - कमाल ये है
वो जिस को देखे, दुख का लश्कर भी लड़खड़ाए, शिकस्त खाए
लबों पे अपनी वो मुस्कुराहट सजा के रखना - कमाल ये है
हज़ार ताक़त हो, सौ दलीलें हों , फ़िर भी लहजे में आजिज़ी से
अदब की लज़्ज़त, दुआ की ख़ुशबू बसा के रखना - कमाल ये है
Beautiful. Kamaal Hai
ReplyDeleteWah... Bahut badhia......
ReplyDelete🌹 जो यार चाहे....
ReplyDelete🌹वो हाल अपना....
🌹बना के रखना....
कमाल.... ये है..!
👌👌
🌹 जो यार चाहे....
ReplyDelete🌹वो हाल अपना....
🌹बना के रखना....
कमाल.... ये है..!
👌👌
Wow ....bahot khub....who is the writer
ReplyDeleteWah...Bahot khoob..who is the writer?
ReplyDeleteI Don't know - Sorry
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