एक मैं ही समझदार हूँ बाकी सब नादान
इसी वहम में घूम रहा है देखो हर इंसान
Ek main hee samajh-daar hoon baaki sub nadaan
Isi veham me ghoom rahaa hai dekho har insaan
रहिमन ओछे नरन स्यों वैर भला न प्रीत काटे चाटे स्वान के दोउ भांति विपरीत रहीम कहते हैं कि ओछे लोगों से न वैर ...
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