स्वतंत्र मन वह है जो नए विचारों और प्रमाणिक सिद्धांतों के लिए हमेशा खुला रहता है -
उन्हें स्वीकार करने के लिए तैयार रहता है।
जो पुराने एवं रुढ़िवादी विचारों और धारणाओं से बंधा नहीं रहता -
बल्कि हर बात को तर्क और तथ्य के आधार पर तौल कर सत्य को जानने का प्रयास करता है।
" राजन सचदेव "
Atti sunder 🙏🙏🙏🙏
ReplyDelete