Saturday, January 5, 2019

नसीहत Advice

नसीहत नर्म लहजे में ही अच्छी लगती है .....

दस्तक का मक़सद दरवाज़ा खुलवाना होता है -

            तोड़ना नहीं !!

The advice - guidance should be in a soft manner.
The purpose of knocking is to get the door opened... 
not breaking it.

2 comments:

  1. Reminded me of gazal's line..."Sach ka payaam de agar to yun Diya kare...maksad toh ho bayan Dil na dukha Kare"

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