Thursday, August 23, 2018

मैं जिसे ढूँढ रहा था - Main jisay dhoondh rahaa thaa -

फ़र्श ता' अर्श कोई नाम-ओ-निशाँ मिल न सका 
मैं  जिसे  ढूँढ  रहा  था - मेरे  अंदर  निकला 
                        ~ बेकल उत्साही ~ 

Farsh taa' arsh koi naam-o-nishaan mil na sakaa 
Main jisay dhoondh rahaa thaa - meray andar niklaa 
                       ~ Bekal Utsaahi ~ 


Farsh   --    Ground, Earth
Arsh    --     Sky, Heavens 

2 comments:

  1. Sab kich ghar main bahar na hai ..
    Bahar toh ek bharm bhulani ..

    Guru parsadi jis antr paya
    So antr bahar suhela jio ...

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