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ज़िंदगी की हर ख़ुशी तुमको मिली 'राजन ' मगर
क्यों है फिर भी तुमको शिक़ायत - मुझे पता नहीं
Nyaamat A rare or God given gift
Inaayat Kindness, Benevolence, Generosity
Hidaayat Instruction
कैसे मिल गई ये नियामत - मुझे पता नहीं
क्यों हुई ये मुझ पे इनायत - मुझे पता नहीं
माफ़ करना यारो गर मुझसे कोई ग़लती हुई
आपकी महफ़िल की रिवायत - मुझे पता नहीं
कुछ किताबें फ़लसफ़े की तो पढ़ीं मैने मगर
क्या बला होती है सियासत - मुझे पता नहीं
मैंने तो हर वक़्त ही उनका भला चाहा मगर
क्यों उन्हें है मुझसे अदावत - मुझे पता नहीं
जाते जाते यार ने कुछ तो कहा होगा ज़रूर
क्या थी आख़िरी वो हिदायत - मुझे पता नहीं
जो लिखा है किस्मत में - कहते हैं बदलता नहीं
इस बात में है कितनी सदाक़त - मुझे पता नहीं
क्यों हुई ये मुझ पे इनायत - मुझे पता नहीं
माफ़ करना यारो गर मुझसे कोई ग़लती हुई
आपकी महफ़िल की रिवायत - मुझे पता नहीं
कुछ किताबें फ़लसफ़े की तो पढ़ीं मैने मगर
क्या बला होती है सियासत - मुझे पता नहीं
मैंने तो हर वक़्त ही उनका भला चाहा मगर
क्यों उन्हें है मुझसे अदावत - मुझे पता नहीं
जाते जाते यार ने कुछ तो कहा होगा ज़रूर
क्या थी आख़िरी वो हिदायत - मुझे पता नहीं
जो लिखा है किस्मत में - कहते हैं बदलता नहीं
इस बात में है कितनी सदाक़त - मुझे पता नहीं
ज़िंदगी की हर ख़ुशी तुमको मिली 'राजन ' मगर
क्यों है फिर भी तुमको शिक़ायत - मुझे पता नहीं
'राजन सचदेव ' (1फरवरी 2018)
Kaise mil gayi ye niyaamat - mujhe pataa nahin
Kyon huyi ye mujh pe inaayat - mujhe pataa nahin
Muaaf karnaa yaaro gar mujh say koi ghalti huyi
Aap ki mehfil ki rivaayat - mujhe pataa nahin
Kuchh kitaaben falsafay ki to padhin maine magar
Kya balaa hoti hai siyaasat - mujhe pataa nahin
Maine to har vaqt hi un kaa bhalaa chaahaa magar
Kyon hai unko mujh say adaavat - mujhe pataa nahin
Jaatay jaatay yaar nay kucch to kahaa hogaa zaroor
Kyaa thi aakhiri vo hidaayat - mujhe pataa nahin
Jaatay jaatay yaar nay kucch to kahaa hogaa zaroor
Kyaa thi aakhiri vo hidaayat - mujhe pataa nahin
Jo likhaa hai Kismat me - kehtay hain badaltaa nahin
Is baat me hai kitni sadaaqat - mujhe pataa nahin
Zindagi ki har khushi tum ko mili 'Rajan' magar
kyon hai Phir bhi tumko shikaayat - mujhe pataa nahin
"Rajan Sachdeva"
(February 1, 2018)
Inaayat Kindness, Benevolence, Generosity
Rivaayat Customs, Traditions
Falsafaa Philosophy
Siyaasat Politics
Adaavat Animosity, Enmity, HostilityHidaayat Instruction
Sadaaqat Truth, Reality
Love this ghazal uncle...
ReplyDeleteVery Nice! Dhan Nirankar Ji
ReplyDeleteNice
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