Thursday, November 21, 2024

कभी वो पास आते हैं - कभी वो दूर

कभी वो पास आते हैं  - कभी वो दूर जाते हैं 
कभी हम को हंसाते हैं कभी हम को रुलाते हैं 
ये दुनिया है यहां 'राजन' सभी मतलब के साथी हैं 
बड़ी मुश्किल से मिलते हैं वो जो रिश्ता निभाते हैं 
                            " राजन सचदेव "

7 comments:

  1. कुछ दूर जा कर पास रहेंगे
    कुछ पास रहकर भी दूर हो जाएंगे
    जो तुम से जुड़ गया हो दिल से
    तुम्हारे नशे में चूर रहेंगे

    ReplyDelete
    Replies
    1. वाह --- शुक्रिया जनाब अमित साहिब

      Delete
  2. I agree with Amit Ji.

    ReplyDelete
  3. अपनी मर्ज़ी से भी चार कदम चलने दे
    जिंदगी हम तेरे कहने पे चले हैं बरसो

    ReplyDelete
  4. 🙏Bahut hee Uttam bhav Wali Rachana.yahee sansar Mian hum dekh Rahe hian.🙏

    ReplyDelete

पुराने साल की नसीहत - नए साल की ज़रुरत

ये जाते हुए पुराने साल की नसीहत भी तुम हो   और आने वाले हर इक साल की ज़रुरत भी तुम हो      (तुम = निरंकार ईश्वर) कि जो तौफ़ीक़ रखते हैं बना लें...