Thursday, May 9, 2019

Zindagi Tasveer ya Taqdeer? ज़िंदगी तस्वीर है या तक़दीर


ज़िंदगी तस्वीर भी है - तक़दीर भी है
                                 फ़र्क़ सिर्फ रंगों का है
मन चाहे रंगों से बने तो तस्वीर
               और अनजाने रंगों से बने तो तक़दीर

Zindagi tasveer bhi hai- taqdeer bhi hai
                                         Faraq siraf rangon ka hai
Man-chaahay rangon say banay to Tasveer
                     aur anjaanay rangon say banay to Taqdeer



7 comments:

न समझे थे न समझेंगे Na samjhay thay Na samjhengay (Neither understood - Never will)

न समझे थे कभी जो - और कभी न समझेंगे  उनको बार बार समझाने से क्या फ़ायदा  समंदर तो खारा है - और खारा ही रहेगा  उसमें शक्कर मिलाने से क्या फ़ायद...