Rajan Sachdeva's Diary
Monday, July 3, 2017
Only in Still Waters
Only in quiet and still waters do things mirror themselves undistorted.
Only in a quiet mind - there is adequate perception of the world.
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Jo Bhajay Hari ko Sada जो भजे हरि को सदा सोई परम पद पाएगा
जो भजे हरि को सदा सोई परम पद पाएगा Jo Bhajay Hari ko Sada Soyi Param Pad Payega
Kaise bataoon main tumhe Mere liye tum kaun ho
Kaise bataoon main tumhe Mere liye tum kaun ho Kaise bataoon main tumhe Tum dhadkanon ka geet ho Jeevan ka tum sangeet ho Tum zindagi...
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मध्यकालीन युग के भारत के महान संत कवियों में से एक थे कवि रहीम सैन - जिनकी विचारधारा आज भी उतनी ही प्रभावशाली है जितनी उनके समय में थी। कव...
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बाख़ुदा -अब तो मुझे कोई तमन्ना ही नहीं फिर ये क्या बात है कि दिल कहीं लगता ही नहीं सिर्फ चेहरे की उदासी से भर आए आँसू दिल का आलम तो अ...
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