भावपूर्ण श्रद्धांजलि - श्री रतन टाटा
जो सिर्फ नाम से ही नहीं - कर्म से भी रत्न थे
एक अनुभवी उद्योगपति और जाने-माने परोपकारी व्यक्ति,
जिनका कल 87 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
रतन टाटा के चंद शब्द
अगर आप तेज़ चलना चाहते हैं - तो अकेले चलें
लेकिन अगर आप दूर तक जाना चाहते हैं - तो सबके साथ मिल के चलें।
कितनी अजीब है बात है कि हम उच्च और मशहूर ब्रांड के कपड़े पहनना चाहते हैं -
लेकिन हम पायजामे में सबसे अधिक सहज महसूस करते हैं।
हम ताज और मैरियट जैसे होटलों में अमीर और कुलीन लोगों के साथ बैठना चाहते हैं -
लेकिन वास्तव में हमें दोस्तों के साथ सड़क के किनारे एक ढाबे पर चाय पीने में ज़्यादा आनंद मिलता है।
हम बड़ी बड़ी कारों के मालिक बनना चाहते हैं और लंबी ड्राइव पर जाना चाहते हैं -
लेकिन अपने दिल की बात हम केवल किसी प्रियजन के साथ एक गली में या सड़क पर चलते समय ही करते हैं।
इन 4 चीजों से कभी न शर्माएँ
पुराने कपड़े - क्योंकि आपके कपड़े आपकी प्रतिभा को परिभाषित नहीं करते।
गरीब दोस्त - क्योंकि दोस्ती में कोई हैसियत और स्टैट्स नहीं देखी जाती।
वृद्ध माता-पिता - क्योंकि आज आप जो कुछ भी हैं, वह उनके कारण ही तो हैं।
सादा जीवन - क्योंकि सफलता का अंदाजा आपकी जीवनशैली से नहीं लगाया जा सकता।
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उन्होंने सिर्फ़ सादगी का उपदेश ही नहीं दिया -
उन्होंने खुद भी एक पवित्र और सादा जीवन जिया।
वे हर जगह अपनी सादी जीवनशैली के लिए जाने जाते थे।
वे सिर्फ़ नाम से ही नहीं बल्कि कर्म से भी रत्न थे - जो हमेशा अपने कौशल एवं विवेक तथा धन से देश और मानवता की सेवा करते रहे।
🙏🙏🙏💐💐
ReplyDeleteThe great legend, areal human being. RIP
ReplyDelete🙏🏼🙏🏼🌷
ReplyDeleteAise Maham Jeevan ko
ReplyDelete🙏🌹Koti Koti Naman 🌹🙏
Aise Mahan Sant kuchh virle hi hote hain🙏🙏
ReplyDeleteTuhi Nirankar Mei tere sharan haan menu bekshlo 🙏🏻🙇🏻♀️
ReplyDeleteLove you Ratan Tata ji 🙏🏻🙇🏻♀️
ReplyDeleteGreatness is recognized by greatKarams and attitudes exhibited by noble people like Ratan Tata.
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