यदि कार स्टार्ट हो - इंजन काम रहा हो और कार चल रही हो तो स्वाभाविक है कि इंजन एवं साईलेंसर गर्म हो ही जाते हैं
- जबकि गेराज में खड़ी हुई अथवा बेकार पड़ी हुई मोटरों के साईलेंसर (Silencer) ठंडे ही रहते हैं।
दूध देने वाली गाय अगर लात भी मारे तो हम चुपके से सह लेते हैं।
जिस से लाखों का फायदा होता हो उस ग्राहक की कठोर वाणी और कटु-शब्दों को हम अनसुना कर देते हैं।
इसी तरह जिस पिता की कमाई से घर चलता हो या चलता रहा हो -
जिन गुरुजनों से हमें ज्ञान मिला, और मिल रहा हो -
जिन संबंधियों और मित्रों से सही दिशा में बढ़ने की प्रेरणा एवं उत्साह मिलता हो -
उनके कठोर अथवा कटु शब्दों को भी अगर सह लें तो हमें जीवन में सफलता की ओर अग्रसर होने में सहायता मिलेगी।
लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि माता-पिता अथवा गुरुजनों को क्रोध करना ही चाहिए - अथवा उनका हर समय क्रोध करना उचित ही है।
बल्कि इसका अर्थ केवल इतना ही है कि उनके समय-असमय के क्रोध अथवा कटुशब्दों को सह लेने, और जो उन्होंने हमारे लिए किया और कर रहे हैं उसे ध्यान में रखते हुए उत्साह-पूर्वक आगे बढ़ते रहने में हमारी अपनी ही भलाई है।
माता-पिता, गुरुजनों एवं बड़ों का आदर करना कभी न भूलें
और अगर वो कभी डाँट भी दें तो उसे सह लें और रिश्तों में दरार न पड़ने दें।
' राजन सचदेव '
- जबकि गेराज में खड़ी हुई अथवा बेकार पड़ी हुई मोटरों के साईलेंसर (Silencer) ठंडे ही रहते हैं।
दूध देने वाली गाय अगर लात भी मारे तो हम चुपके से सह लेते हैं।
जिस से लाखों का फायदा होता हो उस ग्राहक की कठोर वाणी और कटु-शब्दों को हम अनसुना कर देते हैं।
इसी तरह जिस पिता की कमाई से घर चलता हो या चलता रहा हो -
जिन गुरुजनों से हमें ज्ञान मिला, और मिल रहा हो -
जिन संबंधियों और मित्रों से सही दिशा में बढ़ने की प्रेरणा एवं उत्साह मिलता हो -
उनके कठोर अथवा कटु शब्दों को भी अगर सह लें तो हमें जीवन में सफलता की ओर अग्रसर होने में सहायता मिलेगी।
लेकिन इसका अर्थ यह नहीं कि माता-पिता अथवा गुरुजनों को क्रोध करना ही चाहिए - अथवा उनका हर समय क्रोध करना उचित ही है।
बल्कि इसका अर्थ केवल इतना ही है कि उनके समय-असमय के क्रोध अथवा कटुशब्दों को सह लेने, और जो उन्होंने हमारे लिए किया और कर रहे हैं उसे ध्यान में रखते हुए उत्साह-पूर्वक आगे बढ़ते रहने में हमारी अपनी ही भलाई है।
माता-पिता, गुरुजनों एवं बड़ों का आदर करना कभी न भूलें
और अगर वो कभी डाँट भी दें तो उसे सह लें और रिश्तों में दरार न पड़ने दें।
' राजन सचदेव '
Beautiful.
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