लेकिन शौक़ भी कई किस्म के होते हैं -
पढ़ने पढ़ाने का - सीखने सिखाने का -
गिरते को उठाने का - भूले को समझाने का -
सतसंग जाने का एवं सेवा करने का -
ग़रीब और लाचार की मदद करने का -
धर्म पर चलने और सुमिरन करने का शौक़ इत्यादि
मन में सही शौक़ हो तो शरीर भी कुछ न कुछ साथ ज़रुर देता है
इसलिए शौक़ ज़िंदा रखिए -
उमर को हराना है अगर तो शौक़ ज़िंदा रखिए
घुटने चलें या न चलें - मन उड़ता परिंदा रखिए
पढ़ने पढ़ाने का - सीखने सिखाने का -
गिरते को उठाने का - भूले को समझाने का -
सतसंग जाने का एवं सेवा करने का -
ग़रीब और लाचार की मदद करने का -
धर्म पर चलने और सुमिरन करने का शौक़ इत्यादि
मन में सही शौक़ हो तो शरीर भी कुछ न कुछ साथ ज़रुर देता है
इसलिए शौक़ ज़िंदा रखिए -
उमर को हराना है अगर तो शौक़ ज़िंदा रखिए
घुटने चलें या न चलें - मन उड़ता परिंदा रखिए
Nice
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