Tuesday, March 1, 2016

वो ही महफ़ूज़ रखेगा

वो ही महफ़ूज़ रखेगा मेरे घर को बलाओं से 
जो बारिश में शजर से घोंसले गिरने नहीं देता 

Vo hi Mehfooz rakhegaa mere ghar ko balaaon se 
Jo baarish me shajar se ghonslay giranay nahin deta

                                                 Writer : Unknown


Mehfooz     ............... Safe
Balaaon se ............... From troubles
Shajar        ............... Tree
Ghonslay    .. ..............  Bird Nests  

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