एक अवसर पर, उन्होंने एक भिक्षु से धर्म उपदेश प्राप्त करने की इच्छा व्यक्त करते हुए कहा :
"कृपया मुझे भगवान बुद्ध के गहनतम विचारों का सारांश समझाइए "
भिक्षु ने तीन संक्षिप्त वाक्यों में बुद्ध शाक्यमुनि द्वारा दिए गए उपदेश का सार प्रस्तुत किया:
"बुराई से बचो - अच्छे कार्य करो - और अपने मन को शुद्ध करो।"
बाई जुई प्रभावित नहीं हुए।
"यह तो तीन साल का बच्चा भी जानता है।
भिक्षु ने उत्तर दिया,
"हाँ! सच है कि तीन साल का बच्चा भी इन शब्दों को जान सकता है
लेकिन वास्तव में तो अस्सी वर्ष के बुजुर्ग भी अभी तक इन शब्दों को अपने जीवन में नहीं उतार पाए हैं।"
भिक्षु ने तीन संक्षिप्त वाक्यों में बुद्ध शाक्यमुनि द्वारा दिए गए उपदेश का सार प्रस्तुत किया:
"बुराई से बचो - अच्छे कार्य करो - और अपने मन को शुद्ध करो।"
बाई जुई प्रभावित नहीं हुए।
"यह तो तीन साल का बच्चा भी जानता है।
भिक्षु ने उत्तर दिया,
"हाँ! सच है कि तीन साल का बच्चा भी इन शब्दों को जान सकता है
लेकिन वास्तव में तो अस्सी वर्ष के बुजुर्ग भी अभी तक इन शब्दों को अपने जीवन में नहीं उतार पाए हैं।"
(स्रोत: इंटरनेट से)
Bahut kathinn hai daggar panghatt ki
ReplyDeleteSo True. Knowing what is right is easy but it takes time to adopt the knowledge in life🙏
ReplyDeleteVery true
ReplyDelete