भगवान ने इंसान बनाया
- इंसान ने हैवान बनाया
जात पात का ज़हर भी घोला
सब के सर पर चढ़ कर बोला
हिंदू मुस्लिम सिख इसाई
कब थे, किस के भाई भाई ?
इक दूजे की चिता बनाई
इक दूजे को आग लगाई
नीली झीलें - नीला अम्बर
लाल क्षितिज - हरी वादियां
रंग बिरंगे फूल बना कर
उसने सब की झोली भर दी
और रंग बिरंगी ईंटे लेकर
हम ने दीवारें बनवाईं
पोत के उन पे धर्म की मिट्टी
सारी दुनिया मैली कर दी
"डॉक्टर जगदीश सचदेव "
- इंसान ने हैवान बनाया
जात पात का ज़हर भी घोला
सब के सर पर चढ़ कर बोला
हिंदू मुस्लिम सिख इसाई
कब थे, किस के भाई भाई ?
इक दूजे की चिता बनाई
इक दूजे को आग लगाई
नीली झीलें - नीला अम्बर
लाल क्षितिज - हरी वादियां
रंग बिरंगे फूल बना कर
उसने सब की झोली भर दी
और रंग बिरंगी ईंटे लेकर
हम ने दीवारें बनवाईं
पोत के उन पे धर्म की मिट्टी
सारी दुनिया मैली कर दी
"डॉक्टर जगदीश सचदेव "
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