Saturday, September 16, 2017

बात तो तब है​ ​....Baat To Tab Hai

बात तो तब है​ ​कि अपने दिल ​कुछ ​इस तरह मिले ​हों 
घर  मेरा जग​मगा​ उठे ​- ​जब दीप तेरे घर जले ​हों ​ 

​तेरे ​ ​ग़म ​को ​मेरी ​खुशी ​​इस तरह ​से ​​दे सहारा 
किआँख तो​ हो मेरी   -​ ​उसमें ​आंसू​ बहे​ तुम्हारा ​
                                                   (लेखक : अज्ञात )

Baat to tab hai ki apnay dil kuchh is tarah mile hon 
Ghar mera jagmagaa uthay jab deep tere ghar jalay hon 

Tere gham ko meri khushi is tarah say day sahaaraa
Ki aankh to ho meri - us men aansu bahay tumhara 
                                                                 (Writer: unknown)





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