Tuesday, August 29, 2017

ये मस्त हवाएं Ye Mast Hawaaen (Strange Habits of Powerful Winds)

कभी उड़ा के गर्दे -पा को आसमां कर दें 
कभी बुझा के चिराग़ों को अँधेरा कर  दें 
अजीब चलन है मद मस्त हवाओं का 'राजन '
कभी उठाएं - कभी गिरा के ख़ाके पा कर दें 

Kabhi udaa ke gard-e-paa ko aasman kar den
Kabhi bujhaa ke chiraagon ko andheraa kar den 
Ajeeb chalan hai mad-mast hawaaon ka 'Rajan'
Kabhi uthaayen, kabhi giraa ke khaak-e- paa kar den 


3 comments:

  1. वाह !👏🏼👏🏼👏🏼🙏🏼🙏🏼🙏🏼

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  2. These beautiful verses immediately reminded me of the countless and continuous streams of thoughts( the wind) which, upon being transformed into actions, define and steer the course of one's life.
    K S

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