Friday, May 26, 2017

Nazar nahin to andhera hai नज़र नहीं तो अंधेरा है

हज़ार शम्अ फ़रोज़ाँ हों रौशनी के लिए
नज़र नहीं तो अंधेरा है आदमी के लिए
                                        "नुशूर वाहिदी"

Hazaar shamma firozaan ho raushni ke liye
Nazar nahin to andhera hai aadami ke liye 
                                   "Nushoor Waahidi"

 ہزار  شمع   فروزاں  ہو  روشنی  کے لیے
نظر  نہیں  تو  اندھیرا   ہے  آدمی  کے لیے

Shamma ....... Candle 
Firozaan ......... Lit - Ignited - Shining

1 comment:

  1. Bahut Khoob. A reality. ��������
    Sukhdev

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