आखिर आना ही पड़ेगा रात को ज़मीन पर
कब तलक उड़ोगे ऐ परिंदो आसमान में
हस्ती के फ़रेब में ना उलझ के रह जाना कहींज़िंदगी है चार दिन की ये भी रहे ध्यान में
ज़िंदगी पुरनूर होगी, हस्ती निखर जाएगी सीख लें अगरचे रहना आलमे-वज्दान मेंसोचते तो हैं कि पार हो ही जाएंगे मगरडूबती देखी हैं कश्तियाँ कई तूफ़ान में
एक दिन वो भी करेंगे मेरे हुनर की क़दरकट गई तमाम ज़िंदगी इसी इमकान मेंमिल जाए तो ठीक है दुनिया में इज़्ज़त, शोहरतखो न देना ज़िंदगी लेकिन इसी अरमान मेंये फूल नसीहत के ज़िंदगी में काम आएंगेरख न देना यूँ ही सजा के इन्हें गुलदान में
दौलत भी दुनिया में ज़रूरी तो है 'राजन' मगरमिलेगा सकून सबर सिदक और ईमान में 'राजन सचदेव'
फ़रेब … Illusion, falsehood
हस्ती ..... Physical form, appearance, personality
फ़रेबे हस्ती ..... Falsehood of the physical body, illusion of personality
पुरनूर ..... Bright
आलम- ऐ ... World of
वज्दान ... Spiritual intellect, Enlightenment, Gyana
हुनर …… Talent
इमकान ......... Hope, Possibility
शोहरत ........ Fame
अरमान ......... Desire
नसीहत ....... .. Advice
गुलदान ......... Vase
सबर ..... Contentment
सिदक़ ...... Honesty, patience, truthfulness
ईमान .... Faith
Namsate Rajanji,
ReplyDeleteThis is a truly beautifully written poem/ghazal! I really appreciate that you add the list of meanings of urdu words at the end. Please keep them coming!
-Mandar Purekar.
Bahoot sundar ji....Dhan nirankar ji
ReplyDeleteGourav Bhagat Jammu
Nice
ReplyDeleteDr. J.
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Waah Jawaab Nahin hai.. every single word is emanating truth of this human life..We should expect nothing from it..just live !!
ReplyDeleteVery Humbly
Kumar
Beautiful - har lamha yoon hi guzar raha tha, shukar hai aapka pata chal gaya beech raah mein
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