Friday, May 31, 2024

मन के जीते जीत Man kay Jeetay Jeet -- One who conquers the mind wins

मन ही मन को जानता - मन की मन से प्रीत 
मन ही मन का बैरी है - मन ही मन का मीत 
मन ज्ञानी मन बावरा - मन की अद्भुत रीत 
मन के हारे हार है  -  मन के जीते जीत 

Man hee man ko Jaanta - man ki man say Preet 
Man hee man ka Bairi hai - man hee man ka Meet 
Man Gyani man Baavara - man kee Adbhut Reet 
Man kay Haaray Haar hai - man kay Jeetay Jeet 

                                               Translation 

The mind knows the mind - The mind loves the mind (itself)
The mind is the worst enemy - And the mind is the best friend 
Sometimes the mind is wise - and sometimes crazy 
Strange are the ways of the mind 
One who is defeated by the mind loses - 
One who conquers the mind wins

Thursday, May 30, 2024

मन पंछी तब लग उड़ै

मन पंछी तब लग उड़ै विषय वासना माहिं।
ज्ञान बाज की झपट में जब लगि आवै नाहिं ।। 
                                 कबीर वाणी

सद्गुरु कबीर जी कहते हैं कि मन रुपी पक्षी विषय वासनाओं के आकाश में तभी तक उड़ता है जब तक ज्ञान रुपी बाज़ की पकड़ में नहीं आता। 
जिस तरह एक बाज़ किसी छोटी सी चिड़िया को झपट कर अपनी लपेट में ले लेता है उसी तरह जो मन ज्ञान की लपेट आ जाए वह संसार की वासनाओं में नहीं भटकता। 

Man Panchhi -- The Bird of Mind

Man Panchhi tab lag udai Vishaya Vaasana maahin
Gyaan Baaz ki jhapat mein - jab lag aavai naahin 
                                                        Kabeer Vani  

Like a bird, the mind flies in the sky of sensual desires until it is caught in the clutches of the hawk of Gyana.

Sadguru Kabir Ji says that the bird of mind keeps on flying in the sky of worldly, luscious desires only until it gets caught in the clutches of the hawk of Gyana - knowledge of Truth.
Just as a hawk catches a small bird and traps it, similarly, the mind, which gets caught in the clutches of Gyana, does not wander in worldly cravings anymore. 

Tuesday, May 28, 2024

अपनी औक़ात Judging own Value

कितना शोर करती थीं पहाड़ों में नदियाँ 'राजन ' 
समझ आई अपनी औक़ात जब देखा समंदर को 
                                     " राजन सचदेव " 

Kitna shor karti theen pahadon mein nadiyan 'Rajan' 
Samajh aayi apni auqaat jab dekhaa samandar ko
                                                   " Rajan Sachdeva "

                           Translation

Rivers flow in the mountains, kicking rocks and making a lot of noise  
However, they realize their real strength and might when they see the ocean. 

Sunday, May 26, 2024

फूल तोड़ना मना है Picking flowers is prohibited

एक बाग़ में बोर्ड लगा था ' फूल तोड़ना सख्त मना है '
आंधी तो 'राजन' अनपढ़ थी -
वो सब उखाड़ के -- तोड़-ताड़ के चली गई
                                  " राजन सचदेव "

Ek baag mein bord lagaa thaa "Phool todnaa sakht manaa hai
Aandhi to 'Rajan' anpadh thee -
Vo sab ukhaad kay -- tod-taad kay chali gayi "
                                           " Rajan Sachdeva "

                        English Translation

A sign was posted in the garden - 
'Picking flowers is strictly prohibited '
But the storm was illiterate - 
It uprooted everything - broke all flowers, and went away.

बड़प्पन

बड़प्पन एक ऐसा गुण है जो पद से नहीं - संस्कारों से प्राप्त होता है।

अपने शब्दों को सुंदर रखिए - स्वभाव में सादगी एवं विनम्रता और कर्म में पवित्रता एवं नेकी का भाव रखिए।
लोग चेहरे तो भूल जाते हैं - लेकिन शब्द और कर्म नहीं भूलते।
किसी के कहे हुए सुंदर एवं प्रेरणात्मक शब्द और उनके द्वारा किए हुए नेक कर्म सदियों तक ज़िंदा रहते हैं।
                         " राजन सचदेव "

Nobility

Nobility is a quality that is not achieved by position ...
But by values.

Keep your words sweet and beautiful - 
Keep simplicity and humility in nature and purity, integrity, and goodness in actions.
Because faces are forgotten, but words and deeds are not.
Beautiful and inspiring words spoken by someone and the good deeds done by them remain alive for centuries.
                            " Rajan Sachdeva "

Friday, May 24, 2024

Limits

There are speed limits for driving on streets, roads, and highways.
There are limits set for deposits and withdrawals in banks and ATMs.
There is a limited time set for each class in schools and colleges.
Even in examinations, there is a time limit for giving proper answers.

But there is no limit set for thinking and developing ideas.
The scope and spectrum of thinking are unlimited.
Whether the thoughts are good or bad - 
whether the thoughts are pure and sacred or impure - 
whether the feelings are for the benefit of others - to do good to all or to harm - to cause pain to them - 
there is no limit set for all these thoughts and emotions.

We can fly in the open sky through our thoughts - as high as possible - or fall to the underworld.
There are no restrictions or limits on thoughts and emotions set by nature. 

It depends on us in which direction we want to proceed - whether to grow further - rise above our current level, or fall below.
If we wish to rise above our present level, then we must try to improve our thoughts towards betterment.
Thinking good - speaking good - and doing good will bring us good in return.
                                                           "Rajan Sachdeva "

सीमा

गलियों, सड़कों और हाईवे पर वाहन चालन की गति सीमा निर्धारित होती है। 
बैंक एवं ए-टी-एम में पैसे जमा करवाने अथवा निकलवाने की सीमा निर्धारित होती है। 
स्कूलों और कॉलेजों में हर कक्षा में पढ़ने और पढ़ाने के लिए समय निर्धारित होता है। 
परीक्षाओं में भी यथोचित उत्तर देने के लिए समय की सीमा निर्धारित होती है। 

लेकिन सोच और विचार की कोई सीमा निर्धारित नहीं है। 
मन की सोच-विचार का दायरा असीमित है। 
सोच चाहे अच्छी हो या बुरी - विचार शुद्ध एवं पवित्र हों या अपवित्र - 
भावनाएं चाहे दूसरों के हित की - सब का भला करने की हों या उनके अहित की - उन्हें कष्ट पहुँचाने की -
इन सब के लिए कोई सीमा निर्धारित नहीं है। 

इन्सान चाहे तो अपने विचारों के ज़रिए खुले आकाश में परवाज़ कर सकता है - 
ऊँची  से ऊँची उड़ान भर सकता है - या फिर पाताल से भी नीचे गिर सकता है। 
इसके लिए प्रकृति की ओर से कोई रुकावट - कोई सीमा निर्धारित नहीं है। 
ये हम पर निर्भर करता है कि हम किस और बढ़ना चाहते हैं 
यदि अपने वर्तमान स्तर से ऊपर उठना चाहते हैं तो अपनी सोच - अपने विचारों को श्रेष्ठ एवं उत्तम बनाने का प्रयास करें। 
शुभ सोचें - शुभ बोलें - शुभ करें - 
      तो बदले  में भी शुभ ही पाएंगे।  
                                                  " राजन सचदेव "

Tuesday, May 21, 2024

शख़्स बनाम शख़्सीयत -- Person vs Personality شخص بنام شخصیت

एक शख़्स नहीं - शख़्सीयत बन कर जीओ।
क्योंकि शख़्स तो मर जाता है
लेकिन शख़्सीयत हमेशा ज़िंदा रहती है।

Live as a personality - not as a person.
Because the person dies
But personality always remains alive.


 ایک شخص نہیں - شخصیت بن کر جیو
کیونکہ شخص تو مر جاتا ہے۔
لیکن شخصیت ہمیشہ زندہ رہتی ہے۔

Monday, May 13, 2024

झूठों का है दबदबा - Jhoothon ka hai dabdabaa

अंधे चश्मदीद गवाह - बहरे सुनें दलील
झूठों का है दबदबा - सच्चे होत ज़लील

Andhay chashmdeed gavaah - Behray sunen daleel
Jhoothon ka hai dabdabaa - Sachay hot Zaleel

ज़लील  Zaleel      =  बदनाम, अपमानित Humiliated, Insulted 

                              English Translation

Blinds are eyewitnesses - deaf are hearing the arguments (for passing judgment)
Canny and fabricators have dominance - and Truthful are being humiliated.

Saturday, May 11, 2024

जो कुछ चाहिए वह आपके अंदर ही है

आपको जो कुछ भी चाहिए वह आपके अंदर ही है।

आपको अपनी व्यक्तिगत प्रगति के लिए जो कुछ भी चाहिए वह पहले से ही आपके पास है। 
अपने जीवन में कर्म की अग्नि प्रज्वल्लित करने के लिए दूसरों से प्रेरणा की प्रतीक्षा करने की ज़रुरत नहीं है। 
आपके अंतर्मन में ही इस दीपक को जलाने  के लिए माचिस मौजूद है - 
इसका प्रयोग करें - अपना रास्ता प्रकाशमान करें - 
और साहस और आत्मविश्वास के साथ अपनी मंजिल की ओर बढ़ते रहें।
                                      " राजन सचदेव "

Everything you need is already inside you

Everything you need is already inside you. 

Whatever you need for your personal progress is already with you.
You don't need to wait for others to light your fire.
You have your own matches - 
Use it - Lighten up your way  
and move towards your destination with courage and confidence.                

Wednesday, May 8, 2024

Itnay Betaab kyon hain - Why so much restlessness?

 Itnay betaab - itnay beqaraar kyon hain 
Log zaroorat say zyaada hoshyaar kyon hain 

Moonh pay to sabhi dost hain lekin
Peeth peechhay dushman hazaar kyon hain 

Har cheharay pay ik mukhauta hai yaaro 
Log zehar me doobay kirdaar kyon hain 

Sab kaat rahay hain yahaan ik doojay ko 
Log sabhi do-dhaari talwaar kyon hain 

Sab ko sab ki har ik khabar chaaahiye
Log chaltay phirtay akhbaar kyon hain 
                             (Writer Unknown)

Mukhauta                   =  Mask
Do-dhaari talwaar   =  Double-edged sword

                               Translation:

Why is there so much restlessness - so much desperation?
Why do people act so cleverly and cunningly all the time?

Everyone seems to be friendly in front of us. 
Why do they become enemies behind our backs?

Everyone is wearing a mask on their face 
Why do they have poisonous characters?

Everyone is trying to kill each other 
Why are people double-edged swords?

Everyone wants to know everything about everyone
Why is everyone like a walking newspaper?

इतने बेताब क्यों हैं

इतने बेताब - इतने बेक़रार क्यों हैं
लोग ज़रुरत से ज़्यादा होश्यार क्यों हैं

मुँह पे तो सभी दोस्त हैं लेकिन
पीठ पीछे दुश्मन हज़ार क्यों हैं 

हर चेहरे पे इक मुखौटा है यारो 
लोग ज़हर में डूबे किरदार क्यों हैं 

सब काट रहे हैं यहाँ इक दूजे को 
लोग सभी दोधारी तलवार क्यों हैं 

सब को सब की हर इक खबर चाहिए 
लोग चलते फिरते अखबार क्यों हैं 

            " लेखक अज्ञात " (Unknown) 


Tuesday, May 7, 2024

जब लग इस संसार में है माया का साथ

जब लग इस संसार में - है माया का साथ 
तब लग छोटे और बड़े सब जोड़ें आकर हाथ 
सब जोड़ें आकर हाथ - कहें मैं भाई तेरा 
चली जाए माया तो बोलें - तू क्या लागे मेरा?
कहे 'राजन' विपत्ति काल में कोई न आवै काम 
मिथ्या है सब जगत पसारा साचा हरि का नाम 
                            " राजन सचदेव " 

Jab lag hai Maya ka saath -- As long as you have money and position

Jab lag is Sansaar mein - hai Maya ka saath 
Tab lag chhotay aur baday sab joden aa kar haath 
Sab joden aa kar haath - kahen main bhaayi tera 
Chali jaaye Maya to bolen - tu kya laagay mera? 
Kahay 'Rajan' vipatti kaal mein koyi na aavai kaam 
Mithyaa hai sab Jagat pasaraa Saacha Hari ka naam 
                                            " Rajan Sachdeva "
                               ~~~~~~~~~~~~~~~~~
Translation:
As long as you have Maaya - money and position in this world - 
Everyone, small or big, respects you and meets you with folded hands. 
Everyone respects you and says I am your brother.
(However) If money and power are lost - then they say - who are you? 
Says 'Rajan' - no one comes to help when you need them the most - in times of distress.
Remember- the whole world is temporary and transitory. 
Only the name of Hari - the True Lord is the real solace in life.

What is Moksha?

According to Sanatan Hindu/ Vedantic ideology, Moksha is not a physical location in some other Loka (realm), another plane of existence, or ...