Wednesday, September 11, 2019

रास्ते नहीं हैं दिल लगाने के लिए

रास्ते नहीं हैं दिल लगाने के लिए 
रास्ते हैं मंज़िलों को पाने के लिए 

वो तो देती है सभी को यकसाँ रौशनी
जलती नहीं शमा सिर्फ़ परवाने के लिए 

काग़ज़ की कश्ती बना के हमने एक रोज़

छोड़ दी दरिया में आज़माने के लिए 

अफ़सोस, रोने -धोने में ही कट गई सारी 

ज़िंदगी थी हंसने और हंसाने के लिए 

ज़बरन ले आते हैं लब पे फीकी सी मुस्कान 

दर्दे -दिल को औरों से छुपाने के लिए 

न जाने कितना वक़्त अभी और लगेगा 
मन के उलझे धागों को सुलझाने के लिए 

बातें - जो ख़ुद भी समझ न पाए आज तक 
कहते रहे वो औरों को समझाने के लिए 

बातें सच्चाई की - दया और धर्म की 
रह गई हैं सुनने और सुनाने के लिए 

सोचो ज़रा परिंदो कि पतझड़ अगर न हो   
तिनके कहाँ मिलेंगे आशियाने के लिए 

सुकूते -रुह, शम्मे -दानाई, हुसने -मौसीक़ी 

कुछ तो करो महफिलें सजाने के लिए 

कितने सामान हमने जमा कर लिए 'राजन '
इक दिले-बेसबर को बहलाने के लिए 
                               ' राजन सचदेव '

यकसाँ                    Same, Similar, Equal
ज़बरन                    Forcefully
सुकूते-रुह              Silencing of Mind, Quietness, Peace
शम्मे-दानाई           Candle of wisdom, intelligence, enlightenment
हुसने-मौसीक़ी        Beauty of Music


5 comments:

न समझे थे न समझेंगे Na samjhay thay Na samjhengay (Neither understood - Never will)

न समझे थे कभी जो - और कभी न समझेंगे  उनको बार बार समझाने से क्या फ़ायदा  समंदर तो खारा है - और खारा ही रहेगा  उसमें शक्कर मिलाने से क्या फ़ायद...