रास्ते नहीं हैं दिल लगाने के लिए
रास्ते हैं मंज़िलों को पाने के लिए
वो तो देती है सभी को यकसाँ रौशनी
जलती नहीं शमा सिर्फ़ परवाने के लिए
काग़ज़ की कश्ती बना के हमने एक रोज़
छोड़ दी दरिया में आज़माने के लिए
अफ़सोस, रोने -धोने में ही कट गई सारी
ज़िंदगी थी हंसने और हंसाने के लिए
ज़बरन ले आते हैं लब पे फीकी सी मुस्कान
दर्दे -दिल को औरों से छुपाने के लिए
न जाने कितना वक़्त अभी और लगेगा
मन के उलझे धागों को सुलझाने के लिए
बातें - जो ख़ुद भी समझ न पाए आज तक
कहते रहे वो औरों को समझाने के लिए
बातें सच्चाई की - दया और धर्म की
रह गई हैं सुनने और सुनाने के लिए
सोचो ज़रा परिंदो कि पतझड़ अगर न हो
तिनके कहाँ मिलेंगे आशियाने के लिए
सुकूते -रुह, शम्मे -दानाई, हुसने -मौसीक़ी
कुछ तो करो महफिलें सजाने के लिए
कितने सामान हमने जमा कर लिए 'राजन '
इक दिले-बेसबर को बहलाने के लिए
' राजन सचदेव '
यकसाँ Same, Similar, Equal
ज़बरन Forcefully
सुकूते-रुह Silencing of Mind, Quietness, Peace
शम्मे-दानाई Candle of wisdom, intelligence, enlightenment
हुसने-मौसीक़ी Beauty of Music
रास्ते हैं मंज़िलों को पाने के लिए
वो तो देती है सभी को यकसाँ रौशनी
जलती नहीं शमा सिर्फ़ परवाने के लिए
काग़ज़ की कश्ती बना के हमने एक रोज़
छोड़ दी दरिया में आज़माने के लिए
अफ़सोस, रोने -धोने में ही कट गई सारी
ज़िंदगी थी हंसने और हंसाने के लिए
ज़बरन ले आते हैं लब पे फीकी सी मुस्कान
दर्दे -दिल को औरों से छुपाने के लिए
न जाने कितना वक़्त अभी और लगेगा
मन के उलझे धागों को सुलझाने के लिए
बातें - जो ख़ुद भी समझ न पाए आज तक
कहते रहे वो औरों को समझाने के लिए
बातें सच्चाई की - दया और धर्म की
रह गई हैं सुनने और सुनाने के लिए
सोचो ज़रा परिंदो कि पतझड़ अगर न हो
तिनके कहाँ मिलेंगे आशियाने के लिए
सुकूते -रुह, शम्मे -दानाई, हुसने -मौसीक़ी
कुछ तो करो महफिलें सजाने के लिए
कितने सामान हमने जमा कर लिए 'राजन '
इक दिले-बेसबर को बहलाने के लिए
' राजन सचदेव '
यकसाँ Same, Similar, Equal
ज़बरन Forcefully
सुकूते-रुह Silencing of Mind, Quietness, Peace
शम्मे-दानाई Candle of wisdom, intelligence, enlightenment
हुसने-मौसीक़ी Beauty of Music
Bahut khoob
ReplyDeleteBeautiful.
ReplyDeleteMaster piece malik
ReplyDeleteअति सुन्दर ग़ज़लग़ज़ल🙏
ReplyDeleteग़ज़ल
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