Wednesday, January 8, 2025

राम नाम सुख देत है रीझ भजो या खीझ

                      राम नाम सुख देत है रीझ भजो या खीझ 
                      ज्यों धरती महिं उगवै  उल्टा सीधा बीज 

राम का नाम - हरि ईश्वर प्रभु का नाम जैसे भी लिया जाए, सुखदाई ही होता है। 
चाहे कोई रीझ के अर्थात प्रेमवश भजे या मजबूरी से - 
सुख में भजे या दुःख एवं निराशा की अवस्था में - 
भक्ति का फल अवश्य ही मिलता है 
जैसे धरती में बीज को सीधा डालो या उल्टा - 
समय आने पर वह बीज स्वयं ही पनपने और फल देने लगता है। 
                                                 " राजन सचदेव " 
   
 

8 comments:

  1. Absolutely true.Bahut hee Uttam bhav ji.🙏

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  2. Exceptional and awesome thought

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  3. Namaste Sir, Your poem reminds me of Bhagat Kabir’s writings. Thank you.

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  4. Very nice Ji.
    🙏🏼
    The Lord always hears,
    Whether you call Him in tears or fears;
    Try calling Him in cheers,
    And watch Him when He appears.
    - Ram Nagrani

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  5. Bhagti hai naam samarpan kaa
    Bhagti me sharat nahi chaltee

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