तुम्हारी बेरुख़ी से मेरे दिल में रोष तो होगा
बिछड़ के मुझसे तू भी ग़म से हमआग़ोश तो होगा
क्या तुम ये समझते हो कि सारी ग़लती मेरी थी
रिश्ता टूटा - इसमें तेरा भी कुछ दोष तो होगा
हम इतने बुरे ना थे कि जो ठुकरा दिया तूने
अपने फैसले पे तुझ को भी अफसोस तो होगा
जानता हूँ तुम अपनी अना में रहते हो अक़्सर
सही और ग़लत का लेकिन तुम्हें भी होश तो होगा
न कर सके भला मगर किसी का हक़ नहीं छीना
मेरे दिल में मरते वक़्त ये संतोष तो होगा
बिछड़ के मुझसे तू भी ग़म से हमआग़ोश तो होगा
क्या तुम ये समझते हो कि सारी ग़लती मेरी थी
रिश्ता टूटा - इसमें तेरा भी कुछ दोष तो होगा
हम इतने बुरे ना थे कि जो ठुकरा दिया तूने
अपने फैसले पे तुझ को भी अफसोस तो होगा
जानता हूँ तुम अपनी अना में रहते हो अक़्सर
सही और ग़लत का लेकिन तुम्हें भी होश तो होगा
न कर सके भला मगर किसी का हक़ नहीं छीना
मेरे दिल में मरते वक़्त ये संतोष तो होगा
कभी सबरो क़रार दिल को आ ही जाएगा 'राजन '
ख़्वाहिशों का शोरो गुल कभी ख़ामोश तो होगा
'राजन सचदेव '
रोष Resentment, Hurt, Anger
ग़म से हमआग़ोश Embraced, Gripped with sorrow
अना Ego
रोष Resentment, Hurt, Anger
ग़म से हमआग़ोश Embraced, Gripped with sorrow
अना Ego
🙏
ReplyDeleteBahut khoob
ReplyDelete🙏🙏🙏🌹🙏🙏
ReplyDeleteबहुत सुंदर|
ReplyDeleteTarr lave kani vand saqui di
ReplyDeleteEni te kisse piaker no hosh nahi
Denda nahi jo ek tip vee pavan no
Bhaor he doshi e Phul vee nirdosh nahi
Wah bahut khub anand as gaya
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