Saturday, February 16, 2019

आज मेरा दिल किसी की याद में रोया है Aaj mera dil kisi ki yaad me royaa hai

ज़िंदगी के सफ़र को मैंने लफ़्ज़ों में पिरोया है
अपनी हर ग़ज़ल को मैंने  दर्द में  भिगोया है
गुजारिश है तुमसे कि आज वाह-वाह न कहना
क्योंकि आज मेरा दिल किसी की याद में रोया है

Zindagi kay safar ko maine lafzon me piroyaa hai

Apni har ghazal ko maine dard me bhigoyaa hai 
Guzaarish hai tumsay ki aaj wah wah na kehnaa
Kyonki aaj mera dil kisi ki yaad me royaa hai 

1 comment:

हज़ारों ख़ामियां मुझ में हैं - मुझको माफ़ कीजिए

हज़ारों ख़ामियां मुझ में  हैं   मुझको माफ़ कीजिए मगर हुज़ूर - अपने चश्मे को भी साफ़ कीजिए  मिलेगा क्या बहस-मुबाहिसों में रंज के सिवा बिला वजहा न ...