Sunday, June 2, 2024

दिशा गति से अधिक महत्वपूर्ण है

अक़्सर हम अपनी गति को - अपनी स्पीड को देखने में इतने व्यस्त हो जाते हैं कि दिशा की तरफ देखना ही भूल जाते हैं। 
यह देखना भूल जाते हैं कि हम सही दिशा में जा रहे हैं या नहीं। 
गति की बजाय गंतव्य पर ध्यान देना अधिक महत्वपूर्ण होता है। 
तेज गति से गलत दिशा में जाने से हम गंतव्य से उतनी ही तेज़ी से दूर होते चले जाएँगे। 
गति जितनी तेज होगी, उतनी ही तेज़ी से गंतव्य से दूर हो जाएँगे। और फिर वापस लौटना और भी मुश्किल हो जाएगा। 
इसलिए, नियमित रुप से यह देखते रहना चाहिए कि हम सही रास्ते पर हैं या नहीं। 
आगे बढ़ने के लिए और वांछित गंतव्य को प्राप्त करने के लिए हमेशा गति से अधिक सही दिशा को प्राथमिकता देनी चाहिए। 
                                             " राजन सचदेव "

4 comments:

Death is inevitable

In the Bhagavad Gita, Lord Krishna says:                Jaatasya hi Dhruvo Mrityuh   "For one who is born, death is certain."     ...