Sunday, October 26, 2025

विचार ही पहचान बनें तो अच्छा है

मेरे शब्द और मेरे विचार ही मेरी पहचान बनें तो अच्छा है।
चेहरे का क्या है - 
वो तो समय के साथ बदलता ही रहता है 
और एक दिन शरीर के साथ ही मिट भी जाएगा 
लेकिन शब्द और विचार लोगों के हृदय में ज़िंदा रहेंगे 
इसलिए - मेरे विचार ही मेरी पहचान बनें तो अच्छा है। 
                    " राजन सचदेव "

3 comments:

  1. Absolutely Right ji❤️❤️🙏🙏

    ReplyDelete
  2. “Actions speak louder than words”
    अच्छे शब्द या अच्छे विचारों के भाषण देने वाले politicians के घृणित कर्मो से समस्त विश्व अवगत है
    अच्छे शब्द या अच्छे विचारों से brainwash करने वाले आज के बाबा या गुरुओं (आशाराम, राम रहीम, व अन्य) के घृणित कर्मो से भी सब अवगत है
    शराबी भी अच्छे शब्द या विचार करेगा कि शराब बुरी चीज़ है इसे मत पियो,
    बलात्कारी, खूनी या कोई भी criminal अच्छे शब्द या विचार करेगा कि ये सब मत करो.....
    और दूसरी तरफ राम जी, कृष्ण जी, दस गुरुओं, Jesus, या किसी भी पीरपैगम्बर या विश्व की नामी personalities के जीवन और कर्मों का व्याख्यान किया जाता है, उनका अनुशरण किया जाता है......
    इसीलिए यदि हम अपने कर्मों पर तवज्जा दे और उनकी वजह से जाने जाएँ तो ये ज्यादा तर्कसंगत होगा, ये ज्यादा बेहतर होगा, ये ज्यादा उचित होगा, क्योंकि अच्छे शब्द या विचारों के भाषण तो कोई भी दे सकता है, उन्हें कर्मों में उतारने की हिम्मत कोई कोई ही रखता है।
    कृपया आर्शीवाद दे हम सिर्फ अच्छा बोले ही नहीं, अच्छा कर्म करें और अच्छे कर्म ही हमारी पहचान बने। We should be known by our Actions.
    धन निरंकार जी महात्मा जी 🙏

    ReplyDelete

विचार ही पहचान बनें तो अच्छा है

मेरे शब्द और मेरे विचार ही मेरी पहचान बनें तो अच्छा है। चेहरे का क्या है -  वो तो समय के साथ बदलता ही रहता है  और एक दिन शरीर के साथ ही मिट ...