Maturity is when a person hurts you
& you try to understand his situation instead of hurting him back.
Kuchh to majbooriyaan rahi hongi
yoon hi koi bevafaa nahin hota
कुछ तो मजबूरियाँ रही होंगी
यूं ही कोई बेवफा नहीं होता
हज़ारों ख़ामियां मुझ में हैं मुझको माफ़ कीजिए मगर हुज़ूर - अपने चश्मे को भी साफ़ कीजिए मिलेगा क्या बहस-मुबाहिसों में रंज के सिवा बिला वजहा न ...
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