Wednesday, April 16, 2025

वाद-विवाद में समय नष्ट न करें

वाद-विवाद में अपना समय नष्ट न करें। 

हर बार अपने आप को सही साबित करना आवश्यक नहीं होता। 
कभी कभी शांति और सौहार्द का वातावरण बनाए रखने के लिए ख़ामोश हो जाना ज़्यादा अच्छा होता है। 

यदि कोई हमारे विचारों से सहमत न हो तो उसे अपनी बात मनवाने के लिए वाद विवाद में पड़ कर अपनी ऊर्जा नष्ट करने से कोई फ़ायदा नहीं। 
हर पहाड़ी पर चढ़ना ज़रुरी नहीं होता - 
हर पहाड़ी चढ़ने के लायक़ भी नहीं होती। 
इसी तरह हर बात पर वाद विवाद और झगड़ा करना भी ठीक नहीं होता।

अक़्सर अपने आप को सही साबित करने की जिद में हम जीवन का सार खो बैठते हैं।
संयम एक अपार शक्ति है, और मौन दिव्यता की झलक।
जो ज्ञान शांत मन में उदित होता है, वह वाद-विवाद से नहीं मिल सकता।

स्मरण रहे -- हर सत्य को प्रतिरक्षा की आवश्यकता नहीं होती। 
हर सत्य बचाव की मांग नहीं करता। 
समय आने पर सत्य स्वयं ही सब के सामने उजागर हो जाता है। 
            " राजन सचदेव "

5 comments:

  1. Aapne sahi rasta dhikha diya ji sukriya sant ji

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  2. Dhan nirankar ji. Mahapursho ji aap ji ke vichar itney perfectly msg dete hai ki usko read karne ke baad ardaas hi hoti hai satguru sache patshah ji daasi karam roop mai adopt kar sake ji. Aap ji ashirwad dena ji.🙏🙏🙏🙏

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  3. Ek dum satya ji🙏🙏

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